BHUKAMP||भूकंप Free Download PDF

भूखंड पर पृथ्वी की आंतरिक उथल पुथल के कारण होने वाले कंपन को भूकंप बोलते है, ये जो कम्पन्न होता है ये भूगर्भ में एनर्जी के रिलीज होने के कारण होता है।भूकंप के कम्पन्न के दौरान कई सारी तरंगें उत्पन्न होती है। ये तरंगें जीस केंद्र, जीस पॉइंट से उत्पन्न होती है उसे फोकस बोलते हैं या फिर भूकंप मूल या भूकंप केंद्र कहा जाता है और उस बिन्दु से ठीक ऊपर के बिन्दु को भूकंप अधिकेंद्र कहते हैं या फिर एपिसेंटर बोलते हैं, भूकंप आने से पहले वायुमंडल में रेडऑन गैस की मात्रा में एकदम से वृद्धि हो जाती है जो कि भूकंप आने का संकेत होती है आपको इस लेख मे BHUKAMP अर्थात भूकंप से आए हुवे विगत वर्सो का free PDF भी मिल जाएगा BHUKAMP||भूकंप Free Download PDF धन्यवाद ….

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भूकंप से बिगत वर्षों मे कैसे प्रश्न आए है ?

Q1) भूकंप के समय किन तरंगों का उ‌द्भव होता हैं? [Chhattisgarh P.S.C 2013 ]
Q2) रिक्टर पैमाने का उपयोग होता हैं, नापने के लिए [Uttarakhand PCS 2002; SSC 2015]
Q3) निम्नलिखित भाषाओ में ‘सुनामी’ शब्द किस भाषा से सम्बंधित हैं? [Uttarakhand PCS 2005 ]
Q4) सीस्मोमीटर मापता हैं? [Uttarakhand Lower sun 2010; SSC 2015]
Q5) पृथ्वी की सतह पर, भूकंप केंद्र के ठीक ऊपर के बिंदु को क्या कहते हैं ? [SSC (10+2) 2015 |
Q6) सुनामी का मुख्य कारण क्या हैं? [SSC 2008; 2011 ]
Q7) भूकंप का कारण होता है ? [SSC 2015)
Q.8) भू गर्भ में जिस स्थान पर भूकम्पीय तरंगों की उत्पति होती है उस स्थान को कहते है ?
Q9) निम्न में से कोनसी भूकंप में धरातलीय (Surface) तरंगे होती है?
Q10) विश्व के सर्वाधिक भूकंप किस पेटी में आते है ?
Q11) तरल पदार्थों से होकर न गुजरने वाली भूकम्पीय तरंग कोनसी है ?
Q12) भूकंप आने से पहले वायुमंडल में किस गैस की मात्रा में वृद्धि हो जाती है ?

भूकंप आने से पहले वायुमंडल में रेडऑन गैस की मात्रा में एकदम से वृद्धि हो जाती है जो कि भूकंप आने का संकेत होती हैभूकंपीय तरंगे 3 प्रकार की होती है

• p तरंगे
• l तरंगे
• s तरंगे

पी तरंगें लगभग आठ किलोमीटर प्रति सेकंड ये तरंगें जो होती हैं सॉलिड और लिक्विड दोनों माध्यमों में से गति कर सकती हैं, एस तरंग मतलब सेकेंडरी वेव्स। ये तरंगें जो होती हैं सिर्फ और सिर्फ सॉलिड में ही गति कर सकती हैं। ठीक है लिक्विड में ये लुप्त हो जाती हैं। इनकी जो गति होती हैं वो चार से छह किलोमीटर प्रति सेकंड होती हैं। एल तरंगे जिन्हें क्या बोला जाता है। लॉन्ग पीरियड वेव्स भी बोलते हैं और सरफेस वेव भी बोलते हैं। ये तरंगे जो होती है एपिसेंटर पे सबसे लास्ट में पहुंचती हैं क्योंकि ये सबसे कम गति वाली भूकंपी तरंगे होती हैं और ध्यान रखिएगा।इम्पोर्टेन्ट अगर तीनों तरंगों में से बात करें कि सबसे विनाशकारी तरंगे एल तरंग ही होती है

भूकंप को किस यंत्र से नाप जा सकता है ?

इन भूकंपीय तरंगों की इंटेंसिटी को मेजर करता है वो कई स्केल्स पे करता है जैसे की रिक्टर स्केल। विश्व के कई ऐसे क्षेत्र हैं जो सबसे ज्यादा भूकंप से प्रभावित हैं तो पूरे विश्व को तीन भूकंपी क्षेत्रों में विभाजित किया गया है।

1.प्रशांत महासागरी पेटी पसिफ़िक बेल्ट-पूरे विश्व के 63% भूकंप जो हैं वो इसी क्षेत्र में आते हैं और इस क्षेत्र में चिली, कैलिफोर्निया, अलास्का, न्यूजीलैंड, जापान ये सारे जो देश हैं वो इसी क्षेत्र में आते हैं।
2.मिड कॉन्टिनेन्टल बेल्ट-पूरे विश्व के 21% भूकंप जो है वो इसी क्षेत्र में आते हैं और ध्यान रखियेगा भारत का भूकंप क्षेत्र भी इसी बेल्ट में आता है।
3.मध्य अटलांटिक पेटी-मिड अटलांटिक बेल्ट पूरे विश्व में 16% भूकंप जो हैं वो इसी क्षेत्र में देखने को मिलते हैं।

प्रशांत महासागरी पेटी में भूकंप आने के जो प्रमुख कारण क्या होते हैं?

ज्वालामुखी विस्फोट या हिमखंडों के खिसकने से भूकंप आते हैं और सबसे इम्पोर्टेन्ट ध्यान रखिएगा पृथ्वी की प्लेटों के असंतुलन से। जो पृथ्वी की प्लेटें हैं उनके खिसकने और टकराव के कारण भूकंप जो है वो देखने को मिलते है

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